Tata Group Shares : सोमवार 11 मार्च टाटा ग्रुप के शेयरों के लिए अच्छा नहीं रहा टाटा के तमाम शेयरों में हड़क जैसे हालात दिखाई दिए हैं। टाटा की कंपनियों के शेयरों में 10% जितनी तगड़ी गिरावट दिखाई दी है। लेकिन इसकी वजह क्या रही है यह पूरी कहानी आपको बताएंगे कि आखिर क्यों टाटा ग्रुप की कंपनियो के शेयरों में सोमवार को अचानक तेज गिरावट आई लेकिन पहले आपको टाटा कंपनियों के शेयरों में मौजूदा हाल के बारे में बता देते हैं। Tata Group Shares
सबसे पहले बात करेंगे टाटा केमिकल्स की इस शेयर में हाल के दिनों में जबरदस्त तेजी रही लेकिन सोमवार को Tata Chemicals के शेयर 10% गिर lकर 1084रू पर पहुंच गए, बीते पांच दिनों में ही Tata Chemicals के शेयर करीब 22% चढ़ चुके हैं। टाटा ग्रुप के शेयरों में सबसे बुरी गिरावट का शिकार Tata Investment Corporation रही। जहां शेयर में 5% का लोअर सर्किट लग गया और शेयर 9269रू पर आ गया।
Tata Investment के शेयर भी बीते वक्त में तेजी से चढ़े हैं, बीते 1 महीने में ही Tata Investment के शेयर 77.29% से ज्यादा चढ़े हैं। जब कि 6 महीने में ही इसके शेयर ने 269% का तगड़ा रिटर्न दिया है। 1 साल की बात करें तो Tata Investment के शेयर में इन्वेस्टर्स का पैसा 3 गुने से ज्यादा बढ़ा है। इसके शेयर में 1 साल में करीब 370% का जानदार रिटर्न मिला है। सोमवार को करीब 12 बजे टाटा मोटर्स के शेयर 1.3% गिरकर 1025रू पर कारोबार कर रहे थे, बीते 6 महीने में टाटा मोट्स के शेयर 61.59% और 1 साल में शेयर 143% उछल चुके हैं।
टाटा ग्रुप की एक और फ्लैगशिप कंपनी Tata Power के शेयरों में भी सोमवार को करीब 2.5% की गिरावट दिखाई दी है और इसके शेयर 415% पर कारोबार कर रहे थे। एक महीने में ही Tata Power के शेयर 15% चढ़े हैं जबकि 6 महीने में इन शेयरों में 52% और 1 साल में 104% से ज्यादा का रिटर्न मिला है। इसके अलावा पिछले साल लिस्ट हुई Tata Tech के शेयर भी सोमवार को 3.5% से ज्यादा गिरकर 1086रू पर ट्रेड कर रहे थे। लिस्टिंग के बाद से यह शेयर अब तक करीब 17% नीचे आ चुका है।
तो यह तो था हाल सोमवार को टाटा ग्रुप की कंपनियों के शेयरों का जिनमें खासी गिरावट दिखाई दी है, यह शेयर हाल के वक्त तक तगड़ा परफॉर्म कर रहे थे खास तौर पर टाटा इन्वेस्टमेंट्स और टाटा केमिकल्स में तो इन्वेस्टर्स ने जमकर माल कूटा है। अब बात यह आती है कि आखिर किस जैसे सोमवार को टाटा ग्रुप की कंपनियों के शेयरों में यह तेज गिरावट आई असल में टाटा की कंपनियों के शेयरों में गिरावट के पीछे इन्वेस्टर्स की ग्रुप से जुड़ी एक उम्मीद का टूटना वजह रही है।
इस तरह की खबरें आई हैं जिनमें कहा गया है कि Tata Sons का निकट भविष्य में अपना Tata IPO लाने का कोई प्लान नहीं है। Tata Sons Tata Group की तमाम कंपनियों की होल्डिंग कंपनी है, बीते हफ्ते इस तरह की चर्चाओं ने जोर पकड़ा था कि Tata Sons अपना आईपीओ लाने वाली है इसके के चलते टाटा स्टॉक्स 36% तक उछल गए थे। हाल ही में रिजर्व बैंक ने Tata Sons को अपर लेयर एनबीएफसी के तौर पर वर्गीकृत किया है।
इस क्राइटेरिया में आने के बाद कंपनी के लिए 3 साल के भीतर खुद को लिस्ट कराना होगा। आरबीआई ने Tata Sons को सितंबर 2023 में अपर लेयर एनबीएफसी माना है, इस हिसाब से टाटा सस को सितंबर 2025 तक खुद को लिस्ट कराना होगा। हालांकि हाल में खबरें आई हैं कि टा सस खुद को को लिस्टिंग से बचाने के लिए दूसरे रास्ते तलाश रही है, बीते हफ्ते स्पार कैपिटल ने कहा था कि टाटा संस की आईपीओ से टाटा केमिकल्स को सबसे ज्यादा फायदा होगा इससे कंपनी के शेयर 36% तक चढ़ गए थे।
माना जा रहा है कि अगर टाटा संस आईपीओ लाती है तो यह देश का अब तक का सबसे बड़ा पब्लिक इशू हो सकता है। यहां तक कि इसके एलआईसी के 21000 करोड़ के आईपीओ से भी बड़ा होने की उम्मीद जताई गई है। स्पार्क की रिपोर्ट में कहा गया है कि टाटा संस की वैल्युएशन 7 से 8 लाख करोड़ रुपए तक हो सकती है। खैर अब देखना यह होगा कि क्या टाटा ग्रुप की कंपनियों और खास तौर पर टाटा केमिकल्स और टाटा इन्वेस्टमेंट कॉरपोरेशन के शेयरों में आगे भी मुनाफा वसूली दिखाई देती है, टाटा संस के आईपीओ के ना आने से जुड़ी खबरों का टाटा ग्रुप के शेयरों पर आगे क्या सर दिखाई देगा।
फिलहाल इतना ही बाकी अपडेट्स के लिए आप पढ़ते रहिए। TodaysTimes24